क्या आपकी प्रकृति वातज (वात प्रधान) है? कैसे रखें वात दोष को संतुलित जानिए!क्या आपकी प्रकृति वातज (वात प्रधान) है? कैसे रखें वात दोष को संतुलित जानिए!
जैसे आसमान में वायु ही बादलों को एक जगह से दूसरी जगह पर लेकर जाती है, उसी तरह से शरीर में दोष, धातुऐं, और मल अपनी सभी क्रियाओं के लिए